My poetry – Mohit Bhati Advocate

इश्क का मांझी

पता नहीं तेरे इश्क में और कितनी ठोकरें खानी पड़ेगी लेकिन हम भी तेरे इश्क के पक्के मांझी हैं जब तक तोड़ेंगे नहीं तब तक छोड़ेंगे कामयाबी ना हाथों की लकीरों से मिलती है ना माथे के पसीने से मिलती है। कामयाबी तो सिर्फ दोनो के संगम से मिलती है

विचारो की ख़ूबसूरती Saturday thoughts

 विचारों की खूबसूरती कही से भी मिले चुरा लो…! क्योंकि चेहरे की खूबसूरती तो उमर के साथ बदल जाती है… मगर विचारों की खूबसूरती हमेशा दिलो मे अमर रहती है. ..!!        #SaturdayThoughts  #Good Morning 🌄