पूरा ब्रह्मांड ही इस ध्वनि में समाया हुआ है।

जब रण में शस्त्र उठाने से पहले अस्थिर हो आपका आत्मविश्वास तो विश्वास दिलाती है गीता, जो जीव जन्मों-जन्मों से सोए हुए हैं और भटक रहे है, उनकी नैय्या पार लगाती है गीता, हर सवाल का जवाब श्रीमद्भागवत गीता के माध्यम से आज भी देते हैं श्री कृष्ण।

ध्यान करें,योगा करें,हो सके तो श्रीमद्भागवत गीता पढ़े या यूट्यूब पर सुनें, सकारात्मक रहें, जय श्री कृष्ण
पूरा ब्रह्मांड ही इस ध्वनि में समाया हुआ है। ब्रह्मांड के कण-कण में ओम की ध्वनि गुंजायमान है। यही मुक्ति का मार्ग भी है जोकि श्रीमद्भागवत गीता में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को बतलाया है। इसे अध्यात्म में अनहद नाद, अनाहद नाद  और ओमकार की ध्वनि जैसे अनेक नामों से पहचाना जाता है।

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