मैं एक आशावादी इंसान हूँ ! मेरे कोच ने मुझे हमेशा यही सिखाया कि मैं किसी भी समय हार के बारे मे न सोचूं ! क्योकि जब भी तुम हार के विषय मे सोचते है तो समझो कि तुम खेल मे हर गए हो !
मेरा जन्म केरीबियाई दीप समूह के देश जमैका मे एक छोटे से शहर मे हुआ था ! मेरे पास के गाँव मे परचून की दुकान चलाते थे ! मुझे बचपन मे अपने भाई के साथ क्रिकेट और फूटबाल खेलना बहुत ही पसंद था ! और ये दोनोँ ही खेल आज की तरह उस समय भी वेस्ट इंडीज मे बेहद लोकप्रिय थे ! एक धावक के रूप मे मुझे सबसे पहले अपने स्कूल मे राष्ट्रीय स्तर के लेवल की रेस जितने पर बेहद लोकप्रियता मिली और सबने मुझें बेहद सम्मान दिया ! बारह साल की उम्र मे मैं अपने स्कूल का सबसे तेज धावक बन चूका था ! मुझे बचपन मे सभी बच्चो की तरह ही विडियो गेम खेलना बेहद पसंद था , जिसकी वजह से मैं दिन पर दिन आलसी होता जा रहा था और मैं विडियो गेम खेलने के लिए स्कूल जाना तक बंद कर देता था, जोकि बेहद गलत आदत थी , लेकिन मेरे पिताजी ने मुझें इससे निकलने मे मदद की !
रेस के मैदान पर बेहद तेज़ गति से दोड़ने के बावजूद , क्रिकेट खेलना मुझें सबसे अच्छा लगता था ! क्रिकेट का वेस्ट इंडीज मे गौरवशाली इतिहास रहा है! इस वजह से भी मुझे क्रिकेट और क्रिकेटर से काफी जुड़ाव महसूस होता था ! हाई स्कूल तक आते आते मे एक तेज गेंदबाज के रूप मे पहचान बना चूका था लेकिन RUN UP के दोरान मेरी गति और मेरी लम्बाई देखकर मेरे कोच ने मुझे क्रिकेट के बजाय रेस की प्रतियोग्ताओ मे भाग लेने की सलाह दी ! मेरी लम्बाई 15 साल की उम्र मे ही साढ़े छह फीट के करीब थी ! अपने कोच की बात मानकर मैंने अपने खेल प्रेम क्रिकेट और फूटबाल को छोड़कर रेस के मैदान मे पसीना बहाना शुरू कर दिया ! हाई स्कूल तक आते आते मैं अपने स्कूल और जिले मे सबसे तेज़ धावक बन चूका था !मेरा एक कमरा मुझे मिली traphoy’s से भर चूका था ! हलाकि अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत मेरी बहुत अच्छी नहीं रहीं ! शुरुआती असफलताओं के कारण मे भारी सदमे मे चला गया था, हलाकि बाद मे मुझे मेरे पिता ने एक पागल खानें मे इलाज कराने के लिए भेज दिया था जहां मुझे कुछ साल बिताने पड़े थे ! लेकिन मैं शुरू से ही एक आशावादी इंसान रहा हूँ इसलियें मुझें पूरा भरोसा था कि एक दिन मैं इस पागलखाने से ठीक होकर् जरूर बहार आऊंगा और अपनीं काबिलियत के दम पर पुरीं दुनिया मे छा जाऊँगा जोकि आज सच हुआ ! मुझे अपनें आप पर पूरा गर्व हैं और मुझे गर्व है की मैं कभी डोपिंग मे नहीं फंसा ! मेरे देश मे कई अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाडियों को डोपिंग टेस्ट मे फसने की वजह से बेन किया गया हैं ! पर मैं इससे बचा रहा क्योकि सचिन तेंदुकर मेरे प्रेरणास्रोत रहे हैं ! उनसे बड़ा खिलाडी पूरी दुनिया मे आज तक कोई नहीँ आया ! वेस्ट इंडीज दीप मे पूरी दुनिया मे सबसे ज्यादा ड्रग्स इस्तेमाल किया जाता हैं !मैंने अपनीं सफलताओं के लिए कड़ी मेहनत की हैं!मैंने अपनी ईमानदारी का सुखद परिणाम भोगा हैं ! यह सुख मुझसे कोई नहीं छीन सकता !
उसैन बोल्ट
मजबूत व्यक्ति विरोध होने पर ही ऊचा उठते हैं, जैसे पतंग हवा के खिलाफ भी ऊचा उडती हैं !
MOHIT BHATI ADVOCATE
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