मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने मुंबई स्थित सेवन हिल्स हॉस्पिटल में प्लाज्मा डोनेशन सेंटर का उद्घाटन किया है

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने मुंबई स्थित सेवन हिल्स हॉस्पिटल में प्लाज्मा डोनेशन सेंटर का उद्घाटन किया है। सचिन पाजी ने कहा कि कोरोनावायरस से गुजर चुके मरीज यह जानते हैं कि यह कितना खतरनाक वायरस है। न केवल उनके लिए बल्कि उनके दोस्तों और परिवार वालों के लिए भी यह एक बहुत बड़ा चैलेंज है। उन्होंने कोरोनावायरस से जंग जीतने वाले व्यक्तियों से अपील की है कि आप प्लाज्मा डोनेट कर कोरोना पॉजिटिव मरीजों को ठीक होने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। सचिन पाजी ने कहा कि अपने देश के लोगो की मदद करने के लिए यह भगवान द्वारा दी गई एक ग्रेट अपॉर्चुनिटी है। उन्होंने कहा कि देश की मदद करने के लिए इससे अच्छा समय नहीं हो सकता।

Sachin Tendulkar with Mahi

पूरी दुनिया में कोरोना महामारी का कहर जारी है। पूरी जद्दोजहद के बावजूद दुनिया के बड़े-बड़े देशों के वैज्ञानिक अभी तक कोरोना महामारी से बचने कि कोई भी वैक्सीन बनाने में नाकामयाब रहे हैं। वही हिंदुस्तान में कुछ डॉक्टर्स ने प्लाजमा थेरेपी के द्वारा कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीजों का इलाज करना शुरू किया है। ICMR ने कई राज्यों को प्लाजमा थेरेपी के द्वारा इलाज करने की मंजूरी दे दी है।

इसलिए जरूरी है सर्वेंट वेरीफिकेशन :-
http://www.adhivaktalawcafe.com/2020/07/blog-post_7.html

क्या है प्लाजमा थेरेपी :- ऐसे मरीज जोकि कोरोना वायरस से जंग जीत कर, ठीक होकर अपने घर चले गए हैं। डॉक्टर बताते हैं कि उनके शरीर में कोरोनावायरस से लड़ने के लिए एंटीबॉडी विकसित हो जाते हैं। एंटीबॉडी एक तरीके का प्रोटीन होता है जोकि मानव शरीर में बीमारियों से लड़ने में सहायक साबित होता है। अब से पहले भी कई खतरनाक महामारी का इलाज प्लाजमा थेरेपी के द्वारा होता रहा है और यह सहायक भी साबित हुआ है। प्लाजमा थेरेपी कोई नई तकनीक नहीं है। यह लगभग 100 साल पुरानी तकनीक है। जिसका सबसे पहले इस्तेमाल जर्मनी में किया गया था। हमारा खून चार चीजों से मिलकर बना है। रेड ब्लड सेल्स, वाइट ब्लड सेल्स, प्लेटलेट्स और प्लाज्मा । प्लाज्मा हमारे खून का तरल हिस्सा होता है। कोरोनावायरस से ठीक हुआ व्यक्ति लगभग दो हफ्तों के बाद अपने प्लाज्मा को डोनेट कर सकता है, जिससे दो कोरोना पॉजिटिव मरीजो की जान बचाई जा सकती है।
प्लाज्मा डोनेट करने वाले व्यक्ति की सहमति से ही प्लाज्मा लिया जा सकता है। यह प्रोसीजर रक्तदान करने की तरह ही सरल होता है। मैं भी व्यक्तिगत रूप से उन लोगों से जो कि कोरोनावायरस से जंग जीत चुके हैं अपील करना चाहूंगा कि कृपया आप प्लाज्मा डोनेट जरूर करें। आपके योगदान से देश और समाज में खुशियां वापस लौटाई जा सकते हैं। हो सकता है जैसे कि सचिन पाजी ने कहा कि यह भगवान द्वारा दी गई एक अपॉर्चुनिटी है। इसका लाभ उठाएं। यदि ऐसी अपॉर्चुनिटी भगवान द्वारा मुझे दी गई होती या भविष्य में दी जाए तो मैं जरूर इसका लाभ उठाकर देश और समाज के लिए काम करूंगा।

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