क्या आपने कभी सोचा है कि जिन प्रोडक्ट को हम गूगल पर सर्च करते हैं उन्हीं प्रोडक्ट के ज्यादातर विज्ञापन हमारी डिस्प्ले पर कैसे शो होने लगते हैं ?
जिन प्रोडक्ट को हम गूगल पर सर्च करते हैं उन्हीं प्रोडक्ट के ज्यादातर विज्ञापन हमारे फोन और कंप्यूटर पर दिखाई देती हैं फिर चाहे हम किसी भी वेबसाइट पर काम कर रहे हो। ऐसा इसलिए होता क्योंकि गूगल व तमाम तरह की इंटरनेट पर मौजूद एप्लीकेशंस ह्यूमन इंटेलिजेंस पर काम करती हैं और उन्हें पता होता है कि किस यूजर की किस प्रोडक्ट में दिलचस्पी है। गूगल और अन्य एप्लीकेशंस यूजर के डाटा को इकट्ठा करती रहती हैं और यूजर की हिस्ट्री के हिसाब से उसे प्रोडक्ट की ऐड दिखाती हैं। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि यूजर की सर्च हिस्ट्री अब व्हाट्सएप के पास भी होगी जिसका इस्तेमाल वह यूजर का डाटा मार्केटिंग कंपनियों को जैसे फ्लिपकार्ट,अमेजॉन,अलीबाबा,गूगल को बेचकर तो पैसा कमाएगा ही साथ ही साथ यूजर के डाटा को फेसबुक और इंस्टाग्राम के साथ शेयर कर अन्य तरीके से भी पैसा कमा सकता है।
whats App new term and conditions :-
व्हाट्सएप के इस्तेमाल की नई शर्तें आठ फरवरी 2021 से लागू हो रही हैं। WhatsApp ने अपने यूजर्स को नई सेवा शर्तों को लेकर नोटिफिकेशन देना शुरू कर दिया है और यदि कोई यूजर नई शर्तों को स्वीकार नहीं करता है तो आठ फरवरी के बाद कंपनी उसके अकाउंट को बंद कर देगी। WhatsApp ने साफ शब्दों में कहा है कि यदि आपको एप इस्तेमाल करना है तो आपको उसकी सेवा शर्तें को पूरी तरह से स्वीकार करना होगा, वरना आप चाहें तो अपना WhatsApp अकाउंट डिलीट कर सकते हैं।
आपसे कौन-कौन सी जानकारियां लेता है WhatsApp?
व्हाट्सएप की शर्तों को लेकर आसान भाषा में अभी तक कोई जानकारी उपलब्ध नहीं थी लेकिन एपल के एप स्टोर की नई प्राइवेसी के बाद WhatsApp को मजबूरन आम भाषा में बताना पड़ा है कि वह यूजर्स से कौन-कौन सी जानकारियां लेता है। एपल एप स्टोर पर WhatsApp की लिस्टिंग के मुताबिक व्हाट्सएप अपने यूजर्स से 16 तरह की जानकारियां लेता है जिनमें फोन के मॉडल की जानकारी समेत पेमेंट तक की जानकारियां शामिल हैं।
यह तो आपको पता ही है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स में फेसबुक का एकाधिकार है। व्हाट्सएप से लेकर इंस्टाग्राम और फेसबुक तक का मालिक एक ही है। यह बात भी आप अच्छी तरह से जानते हैं कि इस दुनिया में कुछ भी मुफ्त में नहीं मिलता है यानी जो चीजें आपको प्रत्यक्ष रूप से मुफ्त में मिलती हैं, उसकी कीमत आप अप्रत्यक्ष रूप से चुकाते हैं। डाटा नई दुनिया का तेल है और डाटा माइनिंग आज सबसे बड़ा बिजनेस और सबसे बड़ा हथियार है। आज जिसके पास जितना अधिक डाटा है, वह उतना ही ताकतवर है। आपसे ली गई जानकारियों का इस्तेमाल इतने बड़े स्तर पर होता है जिसका आपको अंदाजा तक नहीं होगा। आपको हैरानी होगी कि आपके द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर की गईं जानकारियों का इस्तेमाल सरकार बनाने से लेकर सरकार गिराने तक में किया जा सकता है।
आपसे ली गईं जानकारियों का WhatsApp कैसे करेगा इस्तेमाल?
कोई भी कंपनी आपसे दो तरीके से डाटा लेती है और ये दो तरीके प्रत्यक्ष (Directly) और अप्रत्यक्ष ( Indirectly ) हैं। जब भी आप किसी वेबसाइट पर जाते हैं तो आप कूकिज के लिए हां करते हैं। जब भी आप कोई एप या सॉफ्टवेयर को फोन या कंप्यूटर में इस्टॉल करते हैं तो उसकी सेवा शर्तों को बिना पढ़े स्वीकार कर लेते हैं। आमतौर पर कोई कंपनी सीधे तौर पर यह नहीं कहती है कि वह आपके डाटा का इस्तेमाल अपने बिजनेस के लिए करेगी और किसी अन्य कंपनी के साथ शेयर करेगी लेकिन WhatsApp कई नई सेवा शर्तों में यह साफतौर पर लिखा गया है कि वह आपके डाटा को फेसबुक और उसकी अन्य कंपनियों के साथ शेयर करेगा।
मतलब यह कि व्हाट्सएप पर आप किससे क्या बात कर रहे हैं, कौन-सा लिंक शेयर कर रहे हैं, किस ग्रुप में ज्यादा मैसेज कर रहे हैं, कहां जा रहे हैं, किसके साथ लोकेशन शेयर कर रहे हैं। इन सभी जानकारियों को व्हाट्सएप अपने सर्वर पर स्टोर करेगा और फिर इनका इस्तेमाल फेसबुक और इंस्टाग्राम पर विज्ञापन के लिए करेगा। इसके अलावा फेसबुक आपके डाटा को उन कंपनियों के साथ भी शेयर करेगा जो कि उसके पार्टनर हैं।
डाटा प्रोटेक्शन को लेकर भारत में कानून :-
यूजर डाटा प्रोटेक्शन को लेकर भारत में कानून तो है लेकिन वह हाथी के दांत जैसा है यानी इस कानून के तहत किसी को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है और ना ही उसे सजा हो सकती है। ऐसे में टेक कंपनियों पर डाटा प्रोटेक्शन को लेकर भारत से किसी प्रकार का कोई डर नहीं है, जबकि अमेरिका और यूरोप जैसे देश में यूजर डाटा प्रोटेक्शन को लेकर सजा और भारी-भरकम जुर्माने तक का प्रावधान है। जैसे कि पिछले कुछ वर्षों में फेसबुक और गूगल जैसी बड़ी कंपनियों पर विदेशों में भारी-भरकम जुर्माना भी लगाया जा चुका है।
अमेरिका जैसे देश ने इन टेक कंपनियों पर डाटा को लेकर दवाब बनाना भी शुरू कर दिया है। भारत में डाटा प्रोटेक्शन को लेकर जो कानून है उसमें देश के अंदर सर्वर लगाने से ज्यादा कुछ नहीं है। अब सरकार के लिए यह जरूरी है कि वह कठोर डाटा प्रोटेक्शन कानून लाए ताकि यूजर्स को अपने डाटा को लेकर निश्चिंत रहें।
व्हाट्सएप की नई शर्तों का आप पर क्या पड़ेगा ?
नई शर्तों के मुताबिक व्हाट्सएप आपके एक-एक मैसेज पर बारिकी से नजर रखेगा, उसे पढ़ेगा, समझेगा और एक फाइल तैयार करेगा, जबकि व्हाट्सएप हमेशा से कहता आ रहा है कि उसका एप पूरी तरह से एंड टू एंड एंक्रिप्टेड है यानी आपके मैसेज की जानकारी सिर्फ आपके और प्राप्त करने वाले पास रहती है। मतलब नई शर्तों के मुताबिक व्हाट्सएप अब एंड टू एंड एंक्रिप्टेड नहीं रह जाएगा। कंपनी आपके मैसेज देखेगी और उसे अपने सर्वर पर स्टोर करेगी।
आप किससे सबसे ज्यादा चैट करते हैं, किस ग्रुप में सबसे ज्यादा मैसेज करते हैं, कौन-से प्रोडक्ट की फोटो शेयर करते हैं, आपकी लोकेशन क्या है, ऐसे सभी जानकारी व्हाट्सएप के पास होगी। Whatsapp की नई शर्तों के लागू होने के बाद व्हाट्सएप आपकी चैटिंग पर नजर रखेगा और आपके मैसेज के आधार पर फेसबुक और इंस्टाग्राम पर विज्ञापन दिखाए जाएंगे।
इसे एक उदाहरण से समझें तो मान लीजिए कि आप अपने दोस्त के साथ अमेजन पर बिक रहे किसी प्रोडक्ट का लिंक शेयर करते हैं तो व्हाट्सएप आपके इस मैसेज के आधार पर आपको और आपके दोस्त को उस प्रोडक्ट का विज्ञापन फेसबुक और इंस्टाग्राम पर दिखाएगा । तो कुल मिलाकर बात इतनी-सी है कि आपके व्हाट्सएप डाटा का इस्तेमाल फेसबुक अपने बिजनेस, अपने फायदे के लिए करेगा और इसे आप रोक नहीं सकते, यदि आपको रोकना है तो आपको अपने व्हाट्सएप अकाउंट को डिलीट करना होगा।
क्या कहना है व्हाट्सएप और फेसबुक के हेड Will Cathcart का :-
पिछले कई दिनों से व्हाट्सएप की आने वाली नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर पूरी दुनिया में एक बहस छिड़ी हुई है और ज्यादातर लोगो के नेगेटिव विचार सामने आ रहे हैं। इसी बीच व्हाट्सएप और फेसबुक के हेड Will Cathcart ने अपनी विवादित होती जा रही नई प्राइवेसी पॉलिसी के बारे में कल ट्वीट करके ट्विटर पर सफाई पेश की। उनका कहना है कि यूजर की प्राइवेसी उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है और पहले की तरह ही व्हाट्सएप यूजर्स की चैट एंड टू एंड एनक्रिप्टेड रहेगी। हम आपकी चैट, मैसेजेस और फोन कॉल्स नहीं देखेंगे और ना ही फेसबुक ऐसा करेगा। हम आपकी प्राइवेसी के लिए प्रतिबद्ध हैं।
With end-to-end encryption, we cannot see your private chats or calls and neither can Facebook. We’re committed to this technology and committed to defending it globally. You can read more here: https://t.co/YpR5RaGoW1
उन्होंने आगे कहा कि हम साफ कर देना चाहते हैं कि नया अपडेट हमारे बिजनेस के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हम अपनी डाटा शेयरिंग पॉलिसी में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं कर रहे हैं और ना ही किसी यूज़र का डाटा फेसबुक के साथ शेयर करेंगे। हमारी नई प्राइवेसी पॉलिसी यूजर्स पर कोई गलत इंपैक्ट नहीं डालती चाहे वे अपने फ्रेंड्स से प्राइवेट चैट कर रहे हो या फिर अपने परिवार के लोगों से।
It’s important for us to be clear this update describes business communication and does not change WhatsApp’s data sharing practices with Facebook. It does not impact how people communicate privately with friends or family wherever they are in the world.
विल कैथकार्ट ने अपने एक और ट्वीट में कहा कि हम ऐसे दौर में हैं जहां पर यूजर्स की प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर सभी कंपनियों में जबरदस्त कंपटीशन है और यह दुनिया के लिए अच्छा भी है। लोगों को अधिकार है कि वे आपस में कैसे संवाद करे और वो भी कॉन्फिडेंट होकर । उनकी प्राइवेट चैट्स को कोई भी नहीं देख सकता। हालांकि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इससे सहमत नहीं है यहां तक कि कुछ सरकारे भी इसमें शामिल है ।
Edited by Mohit Bhati Advocate
Dated :- 17/01/2021
वैसे तो प्रत्येक व्यक्ति की अपनी निजता होती है और अभी हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने भी ट्वीट के जरिए अपने घर आई नन्ही परी के बारे में जानकारी देते हुए लोगो से अपील की कि मुझे यकीन है कि आप लोग हमारी निजता का पूरा ख्याल रखोगे। किसी को भी किसी के निजी जीवन में झांकने का अधिकार नही है लेकिन यह भी कडवा सच है कि जितनी ताका-झांकी की कोशिश व्हाट्सएप अपने यूजर्स के निजी जीवन में करने की कोशिश कर रहा है, उससे कहीं अधिक तो दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल पहले से ही करता आ रहा है। जी हां जितना डाटा व्हाट्सएप ले रहा है, उससे अधिक डाटा तो गूगल ले रहा है।
हालांकि व्हाट्सएप यूजर्स के लिए खुशी की बात यह है कि व्हाट्सएप ने अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर बढे विवाद और अपने घटते यूजर्स की संख्या को ध्यान में रखते हुए अभी अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को ठण्डे बस्ते में डाल दिया है।
1 thought on “तो क्या अब Tik_Tok की तरह WhatsApp को भी कहना पडेगा टाटा बाय-बाय”
व्हाट्सएप यूजर्स के लिए खुशी की बात यह है कि व्हाट्सएप ने अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर बढे विवाद और अपने घटते यूजर्स की संख्या को ध्यान में रखते हुए अभी अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को ठण्डे बस्ते में डाल दिया है।
व्हाट्सएप यूजर्स के लिए खुशी की बात यह है कि व्हाट्सएप ने अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर बढे विवाद और अपने घटते यूजर्स की संख्या को ध्यान में रखते हुए अभी अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को ठण्डे बस्ते में डाल दिया है।