लद्दाख में चीनी सैनिको से हुई हिंसक झड़प में हमारे लगभग 20 जवान शहीद हो गए और ये न्यूज़ एंकर (Shweta Singh AajTak) हमारे जवानों पर ही सवाल खड़ी कर रही हैं

आज का मीडिया किस तरह बिका हुआ, गद्दार, मक्कार और भ्रष्ट हो चला है यह तो सभी को पता है। इसके बावजूद कुछ न्यूज़ एंकर ऐसे हैं जो खुलेआम बेशर्म हो चलें हैं। आखिर हर चीज की एक सीमा होती है । मैं मानता हूं कि मीडिया वालों पर भी सत्ताधारी पार्टी का दबाव होता है, लेकिन ऐसा भी क्या दबाव कि आप सेना पर ही सवाल खड़े कर दो। कल लद्दाख में चीन से हुई हिंसक झड़प में हमारे लगभग 20 जवान शहीद हो गए और 17 जवान घायल हो गए और ये मोहतरमा हैं जो खुलेआम बेशर्मी के साथ हमारे जवानों को ही कटघरे में खड़ा कर रही हैं । मैं मानता हूं कि सीमा पर पेट्रोलिंग करने की जिम्मेदारी वहां पर तैनात सेना की है ना कि मोदी की । लेकिन जब यही सेना पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक करती है। तब मीडिया को मोदी का 56 इंच का सीना दिखाई देता है और अब जब हमारे जवान शहीद हो गए हैं, तब आप उन्हीं पर सवाल उठा रहे हैं।

Col.Santosh Babu

 आपको शर्म आनी चाहिए। ये वही बेशर्म मीडिया वाले हैं जो बॉलीवुड के एक्टर सुशांत सिंह के सुसाइड कर लेने पर उनके पिता से जाकर पूछते हैं कि आपको कैसा महसूस हो रहा है।


ऐसा नही है कि मैं सुशांत सिंह राजपूत के प्रकरण से दुखी नही हूँ लेकिन न्यूज एंकर या एक तरीके से मोदीमय हुई मीडिया की ओच्छी हरकतो से मैं व्यक्तिगत तौर पर बहुत दुखी हूँ। जहाँ इन्होने एक रील हीरो के सुसाइड कर लेने पर कई-कई घण्टो की स्टोरी बनाकर चलायी। वही देश के असली रियल हीरो, भारतीय सेना के जवानो के द्वारा देश की रक्षा करते हुए सहादत दे देने के सम्बन्ध में एक मिनट भी शोक प्रकट नहीं किया। इससे यह साबित होता है कि भारतीय जर्नलिज्म का स्तर निम्न हो गया है ।

2 thoughts on “लद्दाख में चीनी सैनिको से हुई हिंसक झड़प में हमारे लगभग 20 जवान शहीद हो गए और ये न्यूज़ एंकर (Shweta Singh AajTak) हमारे जवानों पर ही सवाल खड़ी कर रही हैं”

  1. ऐसा नही है कि मैं सुशांत सिंह राजपूत के प्रकरण से दुखी नही हूँ लेकिन न्यूज एंकर या एक तरीके से मोदीमय हुई मीडिया की ओच्छी हरकतो से मैं व्यक्तिगत तौर पर बहुत दुखी हूँ। जहाँ इन्होने एक रील हीरो के सुसाइड कर लेने पर कई-कई घण्टो की स्टोरी बनाकर चलाया। वही देश के असली रियल हीरो, भारतीय सेना के जवानो के द्वारा देश की रक्षा करते हुए सहादत दे दी के सम्बन्ध में एक मिनट भी शोक प्रकट नहीं किया। इससे यह साबित होता है कि भारतीय जर्नलिज्म का स्तर निम्न हो गया है ।

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  2. लद्दाख में चीन से हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए भारत मां के जवानों, मैं आपको नमन करता हूं और इस दुख की घड़ी में ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि आपके घर वालों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।

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