अधिवक्ता विजय दिवस 10/09/2017 “सत्य की जीत हो , असत्य की हार ”
प्यारे अधिवक्ता साथियों {पुरे देश के अधिवक्ताओ सहित } मे आप सभी को इस जीत की बधाई देना चाहता हूँ !आज बहुत ही सम्मान का दिन है ! मित्रोँ मैं अपनी बात शुरू करने से पहलें एक मशहूर शायर की शायरी लिखना चाहूँगा ” न मैं गिरा और न मेरी उम्मीदों के मीनार गिरे !
पर…लोग मुझें गिराने मे कई बार गिरे ….!!
सवाल जहर का नहीं वो तो मैं पी गया ,
तकलीफ लोगो को जब हुईं जब मैं जी गया !”
“डालीं पर बैठे हुए परिंदे को पता है की डालीं कमजोर है…
फिर भी वो उसी डालीं पर बैठता है क्योकि उसे डालीं से ज्यादा अपने पंखो पर भरोसा है ….”वकील एकता जिंदाबाद थीं , जिंदाबाद है और जिंदाबाद रहेंगीं !आखिरकार हमारें अधिवक्ता साथी के साथ दादरी कोतवाली मे पुलिस द्वारा किये गए दुर्व्यवहार एवं मारपीट के खिलाफ जो आन्दोलन हमारी बार एसोसिएशन गौतम बुद्ध नगर द्वारा चलाया जा रहा था उसमे हमें लगभग 11 दिनों के बाद सफलता मिली !जिला प्रशासन ने पहले तो हेकड़ी दिखाते हुए अपनें आरोपी पुलिसकर्मियों को बचाने का भरसक प्रयास किया लेकिन अधिवक्ता साथियों की UNITY के आगे पुलिस प्रशासन को आखिरकार घुटनें टेकने पड़े और एसएसपी महोदय ने आरोपी दरोगा अमरपाल और अन्य दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ तत्काल प्रभाव से FIR दर्ज करने के आदेश देते हुए उनका ट्रान्सफर भी कर दिया ! जिनपर मुकदमा अपराध संख्या 601/2017 तथा अंतगर्त धारा 395/397,3[2]/5 SC/ST ACT,एवं 7/13 PC एक्ट दर्ज हुआ है !इस आन्दोलन मे हमारा साथ पश्चिम उत्तर प्रदेश के 22 जिलो के अधिवक्ता साथियों ने तो दिया ही साथ साथ दिल्ली के अधिवक्ता साथियों ने भी इस आन्दोलन मे अपनी भागीदारी निभाई और यहाँ तक कि देश मे जगह जगह से अधिवक्ता साथियों ने फ़ोन द्वारा और सोशल मीडिया द्वारा अपना विरोध प्रकट कर इस अन्याय की लड़ाई मे अधिवक्ताओं की जीत सुनिश्चित की ! इस आन्दोलन मे देशभर से अधिवक्ता साथियों के मिल रहे सहयोग को देखकर उस दौर की यादें ताज़ा हो गईं जब किरण बेदी के समय मे दिल्ली पुलिस द्वारा एक अधिवक्ता साथी को हथकड़ी लगाकर कोर्ट मे पेश करने के कारण देशभर के वकील लगभग 14567985 अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ