दी बंगाल टाइगर के नाम से फेमस बीसीसीआई के प्रेसिडेंट सौरव गांगुली को आज गुरूवार को कोलकाता के वुडलैंडअस्पताल से एंजियोप्लास्टी सर्जरी के बाद छुट्टी मिल गई है। सौरव गांगुली पहले की तरह बिल्कुल फिट और मुस्कुराते हुए चेहरे के साथ दर्शकों का अभिवादन करते हुए नजर आए। दादा को देखकर उनके प्रशंसकों में भी खुशी की लहर दौड़ आई।
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अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद दादा मीडिया से मुखातिब हुए और कहा कि ” ऐसा कहा जाता है कि लोग अपनी जिंदगी वापस हासिल करने के लिए अस्पताल आते हैं और यह बात वाकई सच है। “ उन्होंने कहा कि अब मैं पूरी तरह ठीक हूं और मुझे उम्मीद है कि मैं जल्दी ही उड़ान भरने के लिए भी तैयार हो जाऊंगा। इस दौरान दादा ने मुस्कुराते हुए कई बार अपने प्रशंसकों की तरफ हाथ हिला कर अभिवादन और शुक्रिया अदा किया। टीम इण्डिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने मिडिया के सामने उनका इलाज करने वाली टीम मे शामिल वुडलैंड अस्पताल की चेयर पर्सन डाॅ रूपाली बासु समेत सभी डॉक्टरों का नाम लेकर शुक्रिया अदा किया। डाॅ रूपाली बासु ने कहा कि हम बहुत खुश है और अपने आप को बहुत खुशकिस्मत,सम्मानित समझते है कि हम दादा के काम आए और अब दादा क्लिनिकली बिल्कुल फिट है और घर जा सकते हैं। BCCI के सचिव जय शाह और केन्द्रीय वित्त राज्य मन्त्री अनुराग ठाकुर भी दादा का हालचाल लेने अस्पताल पहुँचे। इस दौरान मीडिया से मुखातिब होते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि दादा फाइटर है उन्होंने अपनी ज़िन्दगी में बहुत से उतार-चढ़ाव देखे है दादा ने पहले भी वापसी की है और अब भी करेंगे और जल्द ही देश की सेवा के लिए उपलब्ध होंगें। गांगुली ने अपने पुराने दोस्त जोय दीप के साथ इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर करते हुए लिखा कि तुमने जो मेरे लिए पिछले पांच दिनो मे किया उसे मैं ज़िन्दगी भर याद रखूँगा। मैं तुम्हें पिछ्ले 40 सालो से जानता हूँ और यह रिश्ता परिवार से बढ़कर है।
इसी पोस्ट पर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व फास्ट बोलर श्रीसंत ने कमेंट करते हुए कहा कि ” भगवान आपको जीवन में किसी भी चीज का सामना करने का साहस और मजबूती प्रदान करें। आप एक योद्धा हो । जय माता दी। “
जोय दीप वर्तमान में बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष है और स्टार स्पोर्ट्स पर कमेन्टरी भी करते है।
The Prince of Bengal
2 जनवरी को दादा कोलकाता में अपने घर पर जिम कर रहे थे जब उन्हें छाती में दर्द की शिकायत हुई इसके बाद उन्होंने अपने परिवार के लोगों को इस बारे में बताया और उन्हें तुरंत कोलकाता के वुडलैंड अस्पताल ले जाएगा जहां डॉक्टरों की मेडिकल टीम ने उनकी सही समय पर एंजियोग्राफी की, जिसमें पता चला कि उनकी रक्त नलिका में ब्लॉकेज है जिनको खोलने के लिए डॉक्टरों को एंजियोप्लास्टी करनी पड़ी।